मानव शरीर एक बहुत ही जटिल और अद्भुत संरचना है। यह लगातार काम करता रहता है, दिन हो या रात। लेकिन इन सभी कामों का असली नियंत्रण और समन्वय (coordination) करने वाला तंत्र है स्नायु तंत्र (Nervous System)। इसे हम शरीर का “नियंत्रण केंद्र (Control System)” भी कहते हैं। Nervous System का काम है – शरीर के अलग-अलग हिस्सों को आपस में जोड़ना, वातावरण से आने वाले संदेशों को समझना, और उनका तुरंत जवाब देना।

मान लीजिए आपने अचानक गर्म चाय का कप पकड़ लिया, तो तुरंत हाथ पीछे खींच लेना – ये काम nervous system का ही चमत्कार है। अगर कोई सुंदर गाना बजता है और हमें आनंद मिलता है, तो यह भी nervous system का असर है। इसी तरह, जब हम सोचते हैं, पढ़ते हैं, लिखते हैं, सपने देखते हैं या डरते हैं – इन सबका आधार nervous system ही है।
Nervous System के मुख्य भाग
स्नायु तंत्र को दो बड़े हिस्सों में बाँटा गया है:
1. Central Nervous System (CNS – केन्द्रीय स्नायु तंत्र)
CNS हमारे शरीर का “control room” है। इसमें दो अंग आते हैं:
- Brain (मस्तिष्क)
- Spinal Cord (मेरुरज्जु)
CNS incoming information को receive करता है, उसे process करता है और फिर सही आदेश body के अलग-अलग हिस्सों तक भेजता है।
2. Peripheral Nervous System (PNS – परिधीय स्नायु तंत्र)
यह system उन nerves का समूह है जो brain और spinal cord को body के हर हिस्से से जोड़ती हैं। यानी यह CNS का “messenger system” है।
PNS को भी दो भागों में बाँटा गया है:
- Somatic Nervous System (दैहिक स्नायु तंत्र): यह voluntary activities जैसे चलना, बोलना, लिखना को control करता है।
- Autonomic Nervous System (स्वायत्त स्नायु तंत्र): यह involuntary functions जैसे दिल की धड़कन, पाचन, श्वसन, पसीना आना आदि को control करता है।
Brain (मस्तिष्क – शरीर का नियंत्रण केंद्र)
Brain शरीर का सबसे महत्वपूर्ण और complex अंग है। यह लगभग 1.3 से 1.5 किलो का होता है और अरबों neurons से मिलकर बना होता है। Brain को खोपड़ी (skull) और तीन परतों वाली meninges सुरक्षित रखती हैं। साथ ही, cerebrospinal fluid (CSF) भी इसे shock absorber की तरह बचाता है।
Brain के तीन मुख्य हिस्से होते हैं:
1. Cerebrum (प्रमस्तिष्क)
- Brain का सबसे बड़ा और सबसे developed हिस्सा है।
- Higher mental functions जैसे सोच, समझ, पढ़ना, लिखना, बोलना, और निर्णय लेना इसी से संभव है।
- यह voluntary movements (जैसे हाथ-पाँव हिलाना) और sensory perception (देखना, सुनना, छूना, सूंघना, स्वाद लेना) को भी control करता है।
- Cerebrum को दो भागों में बाँटा गया है – left और right hemisphere। Left hemisphere logic और भाषा को control करता है जबकि right hemisphere creativity और emotions को।
2. Cerebellum (लघुमस्तिष्क)
- Brain के पीछे और नीचे स्थित होता है।
- यह balance बनाए रखने, चलने-फिरने और posture को control करता है।
- अगर cerebellum ठीक से काम न करे तो इंसान लड़खड़ाकर चलने लगेगा और coordination बिगड़ जाएगा।
3. Brainstem (मस्तिष्क तना)
- यह cerebrum और spinal cord को जोड़ता है।
- इसमें तीन हिस्से आते हैं: midbrain, pons और medulla oblongata।
- यह breathing, heart rate, blood pressure, निगलना (swallowing), खाँसी और उल्टी जैसे vital functions को control करता है।
- Medulla oblongata को हम “life center” भी कहते हैं क्योंकि यह basic survival functions को regulate करता है।
Spinal Cord (मेरुरज्जु)
Spinal cord एक लंबी cylindrical संरचना है जो brainstem से निकलकर रीढ़ की हड्डियों (vertebral column) के अंदर नीचे तक फैली रहती है।
- यह brain और body के बीच communication का रास्ता है।
- इसमें से 31 जोड़ी spinal nerves निकलती हैं।
- यह reflex actions को भी control करता है। उदाहरण: यदि आप अचानक कोई नुकीली चीज़ छू लें, तो हाथ तुरंत पीछे हट जाएगा – यह reflex spinal cord द्वारा होता है, brain को सोचना ही नहीं पड़ता।
Neurons (स्नायु कोशिकाएँ)
Nervous system की सबसे छोटी और basic इकाई है Neuron।
- Neurons को “body’s messengers” कहा जाता है क्योंकि ये electrical signals को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाते हैं।
- एक neuron के तीन मुख्य भाग होते हैं:
- Dendrites – signals को receive करते हैं।
- Cell body (Soma) – signal को process करता है।
- Axon – signal को आगे transmit करता है।
Axon के अंत में Synapse होता है, जहाँ से signals chemical messengers यानी Neurotransmitters (जैसे dopamine, serotonin, acetylcholine) की मदद से आगे पहुँचते हैं।
Autonomic Nervous System (स्वायत्त स्नायु तंत्र)
यह system हमारे control से बाहर काम करता है।
- Sympathetic Nervous System:
Sympathetic Nervous System शरीर को alert और active बनाने का कार्य करता है। यह हृदय की धड़कन (heart rate) और रक्तचाप (blood pressure) को बढ़ाता है, जिससे शरीर अधिक ऊर्जा और शक्ति प्राप्त कर सके। आपातकालीन परिस्थितियों में यह प्रणाली शरीर को “fight or flight” प्रतिक्रिया के लिए तैयार करती है, अर्थात किसी खतरे का सामना करने या उससे बच निकलने की क्षमता प्रदान करती है।
- Parasympathetic Nervous System:
Parasympathetic Nervous System शरीर को आराम और शांति की स्थिति में लाने का कार्य करता है। यह हृदय की धड़कन (heart rate) को कम करता है और पाचन क्रिया (digestion) को बढ़ावा देता है। इस कारण इसे “rest and digest” system कहा जाता है, क्योंकि यह शरीर को ऊर्जा बचाने और सामान्य कार्यों जैसे भोजन पचाने तथा विश्राम करने में सहायता करता है।
Nervous System के मुख्य कार्य
- Sensory Functions: वातावरण से जानकारी लेना (आंखों, कानों, नाक, त्वचा, जीभ से)।
- Integration: उस जानकारी को analyze करना और सही decision लेना।
- Motor Functions: मांसपेशियों और ग्रंथियों को आदेश देना।
- Homeostasis: शरीर का internal environment balance में रखना।
- Higher Mental Functions: सोच, याददाश्त, भावनाएँ, भाषा, imagination और creativity।
Nervous System की महत्ता
- यह शरीर और दिमाग को जोड़ने वाली सबसे तेज़ communication system है।
- हमें बाहरी दुनिया से connect करता है।
- हर movement, हर thought और हर emotion nervous system की वजह से है।
- Reflexes हमें खतरे से बचाते हैं।
- Learning और memory से लेकर survival तक – सब nervous system के control में है।
निष्कर्ष
स्नायु तंत्र मानव शरीर का सबसे अद्भुत और जटिल तंत्र है। यह न केवल हमें सोचने, समझने और महसूस करने की क्षमता देता है बल्कि हमारे जीवन को बचाए रखने वाले functions को भी regulate करता है। अगर nervous system न हो, तो न हमारी सांस चलेगी, न दिल धड़ेगा, न हम किसी चीज़ को महसूस कर पाएँगे। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि Nervous System ही “जीवन का असली आधार” है।